क्या है म्यूचुअल फंड...?
आप अपनी कमाई को कितनी बड़ी पूंजी में बदल पाएंगे, यह इस पर निर्भर करता है कि आप उसे कैसे और कहां निवेश करते हैं। शेयर बाज़ार में पैसा लगाने वाले कई लोगों ने जमकर पैसा कमाया है, तो कई लुटे भी हैं। अगर आप शेयर बाज़ार के जानकार नहीं हैं तो सीधे शेयर बाज़ार की आंच में आने से बचिए।
क्या है म्यूचुअल फंड...?
शेयर बाज़ार में निवेश का एक बढ़िया विकल्प
इसमें फंड को अलग-अलग तरह के शेयरों में लगाया जाता है
म्यूचुअल फंड के पैसे को जानकार बाज़ार में निवेश करते हैं
म्यूचुअल फंड में निवेश क्यों...?
निवेशक के पैसे का शेयर बाज़ार में ज़्यादा सुरक्षित निवेश
शेयरों में सीधा पैसा लगाने से नुकसान की आशंका
शेयरों के मुक़ाबले बाज़ार के भारी उतार-चढ़ाव के असर से ज़्यादा सुरक्षित
नियमित तौर पर छोटी राशि भी लगाई जा सकती है
चार से पांच हज़ार रुपये प्रतिमाह निवेश अच्छा विकल्प
इस फंड को प्रोफेशनल एक्सपर्ट मैनेज करते हैं
फंड को मैनेज करने की फीस मामूली, दो से तीन फीसदी
बैंक में निवेश से बेहतर क्यों है म्यूचुअल फंड...?
बैंक में पैसा सुरक्षित, लेकिन ब्याज दर 7% से 8% ही मिलती है
महंगाई दर भी 7% से 8% सालाना के आसपास रहती है
बैंक से मिलने वाला रिटर्न महंगाई के असर से बचाने में नाकाम
बैंक में रखने से पैसे की खरीद की ताकत ज़्यादा नहीं बढ़ पाती
कम समय में ही पैसा वापस चाहिए तो बैंक में रखें
लंबा निवेश करना है तो म्यूचुअल फंड अच्छा विकल्प
म्यूचुअल फंड के लिए धैर्य ज़रूरी
लंबे समय के लिए निवेश का अच्छा विकल्प
उतना ही पैसा लगाएं, जिसे आप लंबे समय तक नियमित लगा पाएं
शेयरों से बेहतर है म्यूचुअल फंड
कोई एक शेयर तेज़ी से उठ या गिर सकता है
आम निवेशक को कंपनियों की अच्छी जानकारी नहीं होती
म्यूचुअल फंड में अलग-अलग कंपनियों के शेयर एक साथ
म्यूचुअल फंड में बाज़ार की उठापटक का ख़तरा काबू में
म्यूचुअल फंड को प्रोफेशनल एक्सपर्ट मैनेज करते हैं
ये उदाहरण देखें
बीते 20 सालों में पीपीएफ में 30 लाख रुपये का निवेश 84 लाख रुपये हुआ
बीते 20 सालों में शेयर बाज़ार में 30 लाख रुपये का निवेश करीब 1.36 करोड़ रुपये हुआ
बीते 20 सालों में विधिवत म्यूचुअल फंड में 30 लाख रुपये का निवेश करीब 1.85 करोड़ रुपये हुआ
क्या करें, क्या न करें...?
बाज़ार की उठापटक पर ध्यान मत लगाइए
लंबे समय के लिए नियमित पैसा लगाइए, तभी औसत बढ़त का फायदा
पिछले कुछ दिन या महीनों के प्रदर्शन के हिसाब से फंड का चुनाव न करें
दोस्तों को हुए फ़ायदे या नुकसान को देखते हुए चुनाव न करें
फंड में उतना ही पैसा डालें, जो आप आराम से लंबे समय तक डाल सकते हैं
फंड में एकमुश्त ज़्यादा पैसा न लगाएं, बाज़ार की उठापटक से बचे रहेंगे
इन्कम टैक्स छूट से संबंध
80 सी के तहत डेढ़ लाख रुपये तक निवेश पर टैक्स छूट मिलती है
अगर डेढ़ लाख रुपये और हैं तो टैक्स सेविंग फंड पर लगाएं
इससे इक्विटी में लगाने का फायदा, टैक्स सेविंग का फायदा, कम से कम तीन साल तक बचत का फायदा
टैक्स सेविंग फंड में तीन साल तक पैसा नहीं निकाल सकते
अगर टैक्स से ताल्लुक नहीं...
बैलेंस्ड फंड में निवेश करें
ऐसा फंड चुनें, जिसमें बहुत उतार-चढ़ाव न हो
बैलेंस्ड फंड में 70% इक्विटी, 30% फिक्स्ड इन्कम
बैलेंस्ड फंड बाज़ार के चढ़ने पर तेज़ी से बढ़ता है, लेकिन गिरने पर तेज़ी से नहीं गिरता
म्यूचुअल फंड कैसे चुनें...?
पांच साल से ज़्यादा ट्रैक रिकॉर्ड वाले फंड पर पैसा लगाएं
अच्छा फंड वह, जो तेज़ी से गिरते बाज़ार में धीरे गिरे, तेज़ी से चढ़ते बाज़ार में ठीक-ठाक चढ़ जाए
फंड में स्थिरता पर ध्यान देना चाहिए
किसी एक विशेष क्षेत्र के फंड में पैसा लगाने से बचना चाहिए
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