Morbi Bridge Collapse: कितने साल पुराना है केबल पुल; कब हुआ था निर्माण, जानें सब कुछ
Morbi bridge collapse: केबल पुल का निर्माण साल 1880 में किया गया था। इसका उद्घाटन मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेंपल द्वारा किया गया।
Morbi Bridge Collapse: गुजरात (Gujarat) के मोरबी (Morbi) में रविवार की शाम मच्छु नदी पर केबल पुल (cable bridge) टूटने से बड़ा हादसा हो गया, जिसमें 132 लोगों की मौत हो गई। 80 लोग लापता बताए जा रहे हैं। फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) जारी है। यह पुल करीब 140 साल पुराना है, जिसे रिनोवेट करने के बाद चार दिन पहले खोला गया। ऐसे में छुट्टियां मनाने के लिए पुल पर भारी भीड़ पहुंची थी, जिसके बाद ओवर लोड होने के चलते पुल टूट गया।
अधिकारियों की मानें तो यह पुल करीब रविवार शाम साढ़े छह बजे टूटा। इस दुर्घटना में अब तक 132 लोगों की जान चली गई। जबकि 80 लोग लापता हैं। अब तक 177 लोगों को रेस्क्यू किया गया। दुर्घटना से पीड़ितों का इलाज अस्तपताल में चल रहा है।
रिनोवेशन के बाद पुल को खोला गया
रिपब्लिक मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक, इस पुल का निर्माण एक निजी कंपनी ने किया। लगभग 6 महीने के रिनोवेशन के बाद इस पुल को कुछ दिन पहले ही खोला गया था। पुल की मरम्मत में करीब 2 करोड़ रुपये की लागत का खर्च आया।
तय सीमा से ज्यादा भीड़ इकट्ठा होने पर हुआ हादसा
घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीद ने बताया कि छुट्टी होने के चलते वहां भारी संख्या में लोग घूमने गए थे। इस दौरान बड़ी तादाद में टिकटें बेची गईं। पुल पर लोगों की भीड़ उमड़ने पर यह बड़ा हादसा हुआ। उन्होंने आगे बताया कि इस पुल पर करीब 100 लोगों के साथ चढ़ने की क्षमता थी। लेकिन रविवार को पुल पर तय सीमा से ज्यादा लोग मौजूद थे, जिससे ओवरलोड होने के चलते यह पूरा हादसा हुआ। वहीं यह भी खबर मिली कि पुल के फिटनेस सर्टिफिकेट और कई जांच होना बाकी थी।
कब हुआ था पुल का निर्माण
बता दें कि मच्छु नदी पर इस केबल पुल का निर्माण साल 1880 में किया गया था। इसका उद्घाटन मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेंपल द्वारा किया गया था। इसे बनाने में तकरीबन 3.5 रुपये की लागत खर्च हुई थी। पुल के निर्माण के लिए सामान विदेश से लाया गया था। यह पुल यह लगभग 230 मीटर लंबा और 4.6 फीट चौड़ा था।हालांकि पुल की मरम्मत कई दफा कराई जा चुकी है। हाल ही में छह महीने की मरम्मत के बाद पुल को 25 अक्टूबर को खोला गया था।
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